CG में गर्त में शिक्षा व्यवस्था ! बच्चों के सपनों के साथ खेल रहा शिक्षा विभाग, न टीचर और न ही कोई व्यवस्था, हल न होने पर दोबारा आंदोलन की चेतावनी, ये है सुनहरे कल की काली हकीकत ?

मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड अंतर्गत साल्हेघोरी हाईस्कूल में छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रभारी प्राचार्य सिद्धराम को तत्काल हटाते हुए अन्य शिक्षक की मांग को लेकर घण्टो साल्हेघोरी खुड़िया मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था.

CG में गर्त में शिक्षा व्यवस्था ! बच्चों के सपनों के साथ खेल रहा शिक्षा विभाग, न टीचर और न ही कोई व्यवस्था, हल न होने पर दोबारा आंदोलन की चेतावनी, ये है सुनहरे कल की काली हकीकत ?

मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड अंतर्गत साल्हेघोरी हाईस्कूल में छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रभारी प्राचार्य सिद्धराम को तत्काल हटाते हुए अन्य शिक्षक की मांग को लेकर घण्टो साल्हेघोरी खुड़िया मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था. जिसकी सूचना पर लोरमी एसडीएम पार्वती पटेल, बीईओ डी एस राजपूत मौके पर पहुंचे, जहां एसडीएम के द्वारा एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई करने का आश्वासन के बाद छात्रों ने चक्काजाम समाप्त तो कर दिया गया, लेकिन छात्र-छात्राओं ने एक सप्ताह के भीतर समस्या का निराकरण नहीं होने पर दोबारा आंदोलन की चेतावनी दी है.

बता दें कि, फिलहाल तीन घण्टे तक ‘प्राचार्य हटाओ स्कूल बचाओ के नारे के बाद” मौके पर पहुंची लोरमी एसडीएम की समझाइए के बाद छात्र-छात्राओं ने चक्काजाम को समाप्त कर दिया है. इस मामले में अब छात्र-छात्राओं के अलावा परिजनों एवं जन प्रतिनिधियों ने प्रभारी प्राचार्य को जल्द ही साल्हेघोरी हाईस्कूल से हटाते हुए अन्य विषय के शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है. वहीं छात्र-छात्राओं का भी कहना है कि, एक सप्ताह के भीतर यदि शिक्षक की नियुक्ति के साथ यदि प्रभारी प्राचार्य को नहीं हटाया गया तो दोबारा आंदोलन करेंगे.

इस पूरे मामले में साल्हेघोरी के प्रभारी प्राचार्य सिद्धराम भास्कर ने बताया कि, मेरे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को चार दफा प्रभारी प्राचार्य के पद से हटाने की मांग को लेकर त्यागपत्र पत्र मुंगेली कार्यालय में जमा किया गया है. लेकिन चार बार के पत्राचार के बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा अब तक उन्हें प्रभारी प्राचार्य के पद से नहीं हटाया है. उनका त्याग पत्र स्वीकार नहीं किया गया. जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

जानकारी के मुताबिक हाईस्कूल में 122 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. जिनके भविष्य के सांथ विभागीय अधिकारी खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं. 10वीं की बोर्ड परीक्षा है, जिसके बाद भी शिक्षक की कमी से हाईस्कूल साल्हेघोरी जूझ रहा है. वहां केवल भवन का निर्माण कर दिया गया है, लेकिन पर्याप्त सेटअप नही होने के चलते चपरासी, क्लर्क, स्वीपर सहित अन्य विषय के शिक्षक की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है.

इस दौरान छात्र-छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि, प्रभारी प्राचार्य सप्ताह में केवल कुछ ही दिन स्कूल आते हैं. बाकी दिन स्कूल से नदारद रहते हैं और जिस दिन स्कूल आते हैं उस दिन भी क्लास रूम तक नहीं पहुंचते. ऐसे में शिक्षा के गुणवत्ता को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

मामले में बीईओ डी. एस. राजपूत ने बताया कि, हाईस्कूल साल्हेघोरी में चपरासी, क्लर्क के लिए कोई पर स्वीकृत नहीं है. जिसके चलते वहां पर नियुक्ति नहीं की गई है. लेकिन शाला विकास समिति को अपने मद से स्वीपर की नियुक्ति के लिए निर्देशित करने की बात कही है.

लोरमी एसडीएम पार्वती पटेल ने कहा कि, छात्र-छात्राओं की मांग को देखते हुए प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अतिथि शिक्षक की मांग पर जल्द ही पहल करने की बात कही है, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो.