चंद्रयान 3 की सफलता के तीसरे दिन ‘कोमा’ से बाहर आया पाकिस्तान, जानें क्या कहा?

Pakistan Over Chandrayaan 3 Landing: चंद्रमा के साउथ पोल पर भारत के चंद्रयान 3 की सक्सेसफुल लैंडिंग के तीन दिन बाद पाकिस्तान ‘कोमा’ से बाहर आया है। ISRO की सफलता पर पूरी दुनिया भारत को बधाई दे रही है। उधर, चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया आई है। पाकिस्तान ने भारत को […] The post चंद्रयान 3 की सफलता के तीसरे दिन ‘कोमा’ से बाहर आया पाकिस्तान, जानें क्या कहा? appeared first on News24 Hindi.

चंद्रयान 3 की सफलता के तीसरे दिन ‘कोमा’ से बाहर आया पाकिस्तान, जानें क्या कहा?

Pakistan Over Chandrayaan 3 Landing: चंद्रमा के साउथ पोल पर भारत के चंद्रयान 3 की सक्सेसफुल लैंडिंग के तीन दिन बाद पाकिस्तान ‘कोमा’ से बाहर आया है। ISRO की सफलता पर पूरी दुनिया भारत को बधाई दे रही है। उधर, चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया आई है।

पाकिस्तान ने भारत को बधाई देते हुए अपने सेना को जमकर कोसा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्‍तानी स्पेस एजेंसी की कमान सेना के जनरलों के पास है। स्पेस एजेंसी के पास इतनी रकम नहीं है कि वो अपने स्पेस प्रोग्राम को आगे बढ़ा सके, इस पर पैसे खर्च कर सके।

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने भारत को दी बधाई

उधर, पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर भारत को चंद्रयान 3 की सफलता के लिए बधाई दी है। बधाई संदेश में कहा गया कि चांद पर भारत के चंद्रयान 3 की लैंडिंग बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए ISRO के वैज्ञानिकों को बधाई। इससे पहले पूर्व की इमरान सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी ने भी चंद्रयान 3 की सफलता पर भारत को बधाई दी थी। ये वही फवाद चौधरी हैं, जिन्होंने चंद्रयान 2 की असफलता पर भारत का मजाक उड़ाया था। उस वक्त सोशल मीडिया पर यूजर्स ने फवाद चौधरी की जमकर क्लास लगाई थी।

फवाद चौधरी ने बधाई देते हुए क्या कहा था?

फवाद चौधरी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था कि चंद्रयान 3 की सफलता ISRO और भारत के लोगों के लिए गौरव का पल है। चंद्रयान की सफलता के बाद पाकिस्तान के लोगों के कुछ शॉट वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसमें वे अपने ही देश और सरकार का मजाक उड़ाते दिख रहे थे।

बता दें कि पाकिस्तान ने भारत से पहले अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम को शुरू किया था, लेकिन आज पाकिस्तानी स्पेस एजेंसी कंगाली से जूझ रही है, जबकि भारत चांद पर सफलता के झंडे गाड़ रहा है।