आप माइग्रेन से परेशान हैं तो करें ये चार योग अभ्यास, जल्द मिलेगी राहत

Yoga For Migraine : माइग्रेन एक आम सिर दर्द की समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। माइग्रेन में सिर के एक तरफ या पूरे सिर में पल्सेटिंग दर्द होता है जो माइग्रेन के दौरों के रूप में आता है. कुछ माइग्रेन दर्द इतना भयंकर होता है कि व्यक्ति काम करने में असमर्थ हो जाता है. माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं जैसे - तनाव, हार्मोनल बदलाव, भोजन, मौसम परिवर्तन आदि.माइग्रेन के लिए दवाएं तो मिल जाती हैं लेकिन उनसे साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। ऐसे में योग एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प होता है जिससे माइग्रेन से राहत मिल सकती है. योग के माध्यम से श्वसन, ध्यान और मुद्राओं के अभ्यास से माइग्रेन को ठीक किया जा सकता है.  जानें माइग्रेन के लिए कौन सा योग अभ्यास करें  पद्मासनपद्मासन एक बहुत ही लाभदायक योग मुद्रा है. इसे सही तरीके से करने के लिए कुछ चरणों का अनुसरण किया जाना चाहिए. सबसे पहले तो सीधे बैठना चाहिए और पैरों को सामने की ओर सीधा रखना चाहिए. फिर घुटनों को मोड़कर पैरों के तलुए आपस में सटा लेने चाहिए. इसके बाद पैरों को पास लाकर एक-दूसरे से सटा देना चाहिए. अगला कदम है दोनों हाथों को घुटनों पर रखना और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखना. फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हुए सिर और छाती को घुटनों की ओर ले जाने का प्रयास करना चाहिए. इस मुद्रा में 15 से 30 सेकंड तक बने रहना चाहिए. अंत में सामान्य सीधी स्थिति में वापस आ जाना चाहिए.  अधोमुख श्वानासनअधोमुख श्वानासन एक बहुत ही लाभदायक योगासन है. इसे सही ढंग से करने के लिए कुछ आवश्यक चरणों का पालन करना चाहिए. सबसे पहले पेट के बल लेटना है. फिर दोनों हाथों को शरीर के निचले हिस्से के पास रखें. अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए सिर और छाती को ऊपर की ओर उठाना चाहिए. कंधों और कूल्हों पर भार डालकर 15 से 30 सेकंड तक इस मुद्रा में बने रहने का प्रयास करना चाहिए. फिर शरीर को आराम देने के लिए धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौटना जाना है. इस योगासन को नियमित अभ्यास से काफी लाभ मिलता है.  बालासन बालासन करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठना होगा। फिर धीरे-धीरे घुटनों को सीने से चिपकाते हुए पैरों को पीछे की ओर ले जाना होगा और भुजाओं को सामने की ओर फैलाना होगा. अब धीरे-धीरे सिर को पीछे की ओर ले जाते हुए पीठ को आगे की ओर झुकाना होगा. इस मुद्रा में कुछ समय तक रहकर सामान्य स्थिति में वापस आ जाना चाहिए. इस योगासन को नियमित अभ्यास करने से शरीर को अनेक लाभ मिलते हैं. शवासनशवासन एक बहुत ही लाभदायक प्राणायाम है. इसे सही ढंग से करने के लिए कुछ आवश्यक चरणों का पालन करना चाहिए. सबसे पहले सीधे बैठना चाहिए और आंखें बंद कर लेनी चाहिए. फिर गहरी सांस लेते हुए नाक से सांस अंदर भरनी है और मुंह से बाहर निकालनी है. इस प्रक्रिया को कुछ मिनट तक नियमित रूप से दोहराएं. शवासन से तनाव कम होता है और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है. इसे नियमित करने से माइग्रेन में बहुत लाभ होता है.  Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

आप माइग्रेन से परेशान हैं तो करें ये चार योग अभ्यास, जल्द मिलेगी राहत

Yoga For Migraine : माइग्रेन एक आम सिर दर्द की समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। माइग्रेन में सिर के एक तरफ या पूरे सिर में पल्सेटिंग दर्द होता है जो माइग्रेन के दौरों के रूप में आता है. कुछ माइग्रेन दर्द इतना भयंकर होता है कि व्यक्ति काम करने में असमर्थ हो जाता है. माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं जैसे - तनाव, हार्मोनल बदलाव, भोजन, मौसम परिवर्तन आदि.माइग्रेन के लिए दवाएं तो मिल जाती हैं लेकिन उनसे साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। ऐसे में योग एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प होता है जिससे माइग्रेन से राहत मिल सकती है. योग के माध्यम से श्वसन, ध्यान और मुद्राओं के अभ्यास से माइग्रेन को ठीक किया जा सकता है. 

जानें माइग्रेन के लिए कौन सा योग अभ्यास करें 

पद्मासन
पद्मासन एक बहुत ही लाभदायक योग मुद्रा है. इसे सही तरीके से करने के लिए कुछ चरणों का अनुसरण किया जाना चाहिए. सबसे पहले तो सीधे बैठना चाहिए और पैरों को सामने की ओर सीधा रखना चाहिए. फिर घुटनों को मोड़कर पैरों के तलुए आपस में सटा लेने चाहिए. इसके बाद पैरों को पास लाकर एक-दूसरे से सटा देना चाहिए. अगला कदम है दोनों हाथों को घुटनों पर रखना और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखना. फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हुए सिर और छाती को घुटनों की ओर ले जाने का प्रयास करना चाहिए. इस मुद्रा में 15 से 30 सेकंड तक बने रहना चाहिए. अंत में सामान्य सीधी स्थिति में वापस आ जाना चाहिए. 

अधोमुख श्वानासन
अधोमुख श्वानासन एक बहुत ही लाभदायक योगासन है. इसे सही ढंग से करने के लिए कुछ आवश्यक चरणों का पालन करना चाहिए. सबसे पहले पेट के बल लेटना है. फिर दोनों हाथों को शरीर के निचले हिस्से के पास रखें. अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए सिर और छाती को ऊपर की ओर उठाना चाहिए. कंधों और कूल्हों पर भार डालकर 15 से 30 सेकंड तक इस मुद्रा में बने रहने का प्रयास करना चाहिए. फिर शरीर को आराम देने के लिए धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौटना जाना है. इस योगासन को नियमित अभ्यास से काफी लाभ मिलता है. 

बालासन 
बालासन करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठना होगा। फिर धीरे-धीरे घुटनों को सीने से चिपकाते हुए पैरों को पीछे की ओर ले जाना होगा और भुजाओं को सामने की ओर फैलाना होगा. अब धीरे-धीरे सिर को पीछे की ओर ले जाते हुए पीठ को आगे की ओर झुकाना होगा. इस मुद्रा में कुछ समय तक रहकर सामान्य स्थिति में वापस आ जाना चाहिए. इस योगासन को नियमित अभ्यास करने से शरीर को अनेक लाभ मिलते हैं.

शवासन
शवासन एक बहुत ही लाभदायक प्राणायाम है. इसे सही ढंग से करने के लिए कुछ आवश्यक चरणों का पालन करना चाहिए. सबसे पहले सीधे बैठना चाहिए और आंखें बंद कर लेनी चाहिए. फिर गहरी सांस लेते हुए नाक से सांस अंदर भरनी है और मुंह से बाहर निकालनी है. इस प्रक्रिया को कुछ मिनट तक नियमित रूप से दोहराएं. शवासन से तनाव कम होता है और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है. इसे नियमित करने से माइग्रेन में बहुत लाभ होता है. 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.