खर्राटे हो सकते हैं खतरनाक, वक्त रहते ऐसे करें ठीक वरना हार्ट अटैक और स्ट्रोक है खतरा
कई लोग ऐसे हैं जो सोने के दौरान बहुत जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं. लेकिन आपको पता है यह मामूली सी दिखने वाला खर्राटा सेहत के लिए कितना ज्यादा नुकसानदायक है. कई रिसर्च यह भी कहते हैं कि आजकल पति-पत्नी में स्लीप डिवोर्स भी लिए जा रहे हैं. यानि पति-पत्नी रूम में अलग-अलग वक्त और बेड पर सोते हैं. वहीं अमेरिकी की बात करें तो स्लीप डिवोर्स लेने वाले जोड़ों की गिनती 20 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गई है. साथ ही साथ यह सेहत का भी दुश्मन बन गई है. खर्राटे लेने वाला हर चौथा शख्त स्लीप एपनिया का शिकार हो रहा है. अगर इसका वक्त रहते इलाज नहीं किया जाएगा तो यह हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और हाइपरटेंशन के साथ-साथ डायबिटीज के कारण भी हो सकते हैं. योग से है इस खतरनाक बीमारी का इलाज भारत जैसे देश में 12 करोड़ से भी ज्यादा लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के शिकार हैं. हम इस आर्टिकल के जरिए उन लोगों को बताना चाहते हैं कि आप इस बीमारी से बच सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ खास काम करने पड़ेंगे. जैसे- योग करना होगा. इस बीमारी का सबसे अच्छा इलाज है योग. योग आपको बेहतर नींद देने के साथ-साथ आपको खर्राटो जैसी बीमारी से पीछा छुड़वाता है. ज्यादा खर्राटे आने की पीछे यह है वजह गलत साइड करवट लेकर सोना टॉन्सिल बढ़ना साइनस मोटापा एल्कोहल- स्मोकिंग बच्चे के खर्राटे लेने के पीछे यह है वजह टॉन्सिल्स जीभ मोटी होना सर्दी-जुकाम शुगर-बीपी इम्बैलेंस कोलेस्ट्रॉल बढ़ना ब्रेन स्ट्रॉक हाइपरटेंशव हार्ट अटैक ब्रेन स्ट्रोक स्लीप एपनिया को कैसे करें कंट्रोल? ज्यादा से ज्यादा फल सलाद खाएं तला- भुना खाने न खाएं सोने के लिए तकिए का इस्तेमाल करें स्मोकिंग- एल्कोहल से परहेज करें. ये घरेलू नुस्खा आजमाएं रात में हल्दी दूध पीएं गुनगुने पानी से दालचीनी पाउडर लें इलायची वाला गुनगुना पानी पीएं गर्म पानी में शहद-ऑलिव ऑयल पीएं सोने से पहले स्टीम लें. यह भी पढ़ें : किडनी मरीजों को डाइट में हाई प्रोटीन क्यों नहीं लेना चाहिए? जानें क्या है कारण
कई लोग ऐसे हैं जो सोने के दौरान बहुत जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं. लेकिन आपको पता है यह मामूली सी दिखने वाला खर्राटा सेहत के लिए कितना ज्यादा नुकसानदायक है. कई रिसर्च यह भी कहते हैं कि आजकल पति-पत्नी में स्लीप डिवोर्स भी लिए जा रहे हैं. यानि पति-पत्नी रूम में अलग-अलग वक्त और बेड पर सोते हैं. वहीं अमेरिकी की बात करें तो स्लीप डिवोर्स लेने वाले जोड़ों की गिनती 20 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गई है. साथ ही साथ यह सेहत का भी दुश्मन बन गई है. खर्राटे लेने वाला हर चौथा शख्त स्लीप एपनिया का शिकार हो रहा है. अगर इसका वक्त रहते इलाज नहीं किया जाएगा तो यह हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और हाइपरटेंशन के साथ-साथ डायबिटीज के कारण भी हो सकते हैं.
योग से है इस खतरनाक बीमारी का इलाज
भारत जैसे देश में 12 करोड़ से भी ज्यादा लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के शिकार हैं. हम इस आर्टिकल के जरिए उन लोगों को बताना चाहते हैं कि आप इस बीमारी से बच सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ खास काम करने पड़ेंगे. जैसे- योग करना होगा. इस बीमारी का सबसे अच्छा इलाज है योग. योग आपको बेहतर नींद देने के साथ-साथ आपको खर्राटो जैसी बीमारी से पीछा छुड़वाता है.
ज्यादा खर्राटे आने की पीछे यह है वजह
गलत साइड करवट लेकर सोना
टॉन्सिल बढ़ना
साइनस
मोटापा
एल्कोहल- स्मोकिंग
बच्चे के खर्राटे लेने के पीछे यह है वजह
टॉन्सिल्स
जीभ मोटी होना
सर्दी-जुकाम
शुगर-बीपी इम्बैलेंस
कोलेस्ट्रॉल बढ़ना
ब्रेन स्ट्रॉक
हाइपरटेंशव
हार्ट अटैक
ब्रेन स्ट्रोक
स्लीप एपनिया को कैसे करें कंट्रोल?
ज्यादा से ज्यादा फल सलाद खाएं
तला- भुना खाने न खाएं
सोने के लिए तकिए का इस्तेमाल करें
स्मोकिंग- एल्कोहल से परहेज करें.
ये घरेलू नुस्खा आजमाएं
रात में हल्दी दूध पीएं
गुनगुने पानी से
दालचीनी पाउडर लें
इलायची वाला
गुनगुना पानी पीएं
गर्म पानी में शहद-ऑलिव ऑयल पीएं
सोने से पहले स्टीम लें.