इस दिन मनाई जाएगी भाद्रपद मास की शिवरात्रि, जानिए सही तिथि और पूजा मुहूर्त

साल भर में हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से जीवन की समस्याएं खत्म होती है। साथ ही सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण …

इस दिन मनाई जाएगी भाद्रपद मास की शिवरात्रि, जानिए सही तिथि और पूजा मुहूर्त

साल भर में हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से जीवन की समस्याएं खत्म होती है। साथ ही सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन नवम शिवरात्रि व्रत रखा जाएगा। पंडित आशीष शर्मा के अनुसार, इस बार यह तिथि 13 सितंबर को रात्रि 02 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी। वहीं, 14 सितंबर को प्रातः 04 बजकर 18 मिनट पर यह तिथि समाप्त हो जाएगी।

शिवरात्रि की पूजा विधि

शिवरात्रि के दिन शिवजी की उपासना मध्य रात्रि में की जाती है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि व्रत 13 सितंबर 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा। शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद पूजा स्थल की साफ-सफाई कर लें। इसके बाद मंदिर में दीपक जलाकर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद दूध और गंगाजल से भगवान शिव की अभिषेक करें। रात्रि के समय भगवान शिव की रुद्राभिषेक करें। अभिषेक के दौरान ओम नमः शिवाय इस मंत्र का जाप करें। इसके बाद शिवजी पर बेलपत्र, भांग, धतूरा आदि अर्पित करें। आखिर में शिवजी की आरती के साथ पूजा का समापन करें।

भाद्रपद शिवरात्रि का महत्व

बता दें कि हिंदू धर्म में शिवरात्रि का बहुत महत्व होता है। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूरी श्रद्धा के साथ विधि-विधान से पूजा की जाए तो सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। अगर आपके दांपत्य जीवन में कोई समस्या आ रही है, तो इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए। शिवरात्रि के दिन पूजा-पाठ और दान इत्यादि कर्म करने से शनि ढैय्या और साढ़ेसाती के प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है। संतान प्राप्ति के लिए भी यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है।